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फ़रवरी 8, 2011

मिरांडा

मिरांडा

मिरांडा

मिरांडा यह युरेनस का ग्यारहवां ज्ञात चन्द्रमा है। यह युरेनस के बड़े चंद्रमाओ मे सबसे अंदरूनी है।
कक्षा : 129,850किमी युरेनस से

व्यास : 472किमी

द्रव्यमान : 6.3e19 किग्रा

मिरांडा शेक्सपियर के नाटक टेम्पेस्ट के जादूगर प्रास्पेरो की बेटी का नाम है।

मिरांडा की खोज 1949मे क्वीपर ने की थी।

वायेजर अंतरिक्षयान को नेपच्युन तक पहुंचने के लिये युरेनस के समीप से गुजरना था। युरेनस की उपग्रह प्रणाली क्रातिवृत्त से लम्बवत होने के कारण वायेजर यान केवल मिरांडा को पास से निरिक्षण कर पाया। वायेजर यान से पहले इस चन्द्रमा के बारे मे कम जानकारी थी। यह ज्यादा बड़ा नही है, इस चन्द्रमा मे कुछ भी विशेष नही है, इसे वायेजर यान की यात्रा के लिये चुना नही जाता लेकिन यह वायेजर यान के मार्ग मे आ गया। और यह चन्द्रमा आश्चर्यजनक रूप से सबसे दिलचस्प निकला।

मिरांडा आधा बर्फ और आधा चट्टानी है।

मिरांडा की सतह मीश्रीत है जिसमे अत्याधिक क्रेटरो के सार्ग पर्वत, घाटीया और चोटीया(5 किमी उंची) है। वायेजर 2 यान के शुरुवाती तस्वीरो मे मिरांडा एक रहस्य था। सभी को यह आशा थी कि युरेनस के चन्द्रमाओ मे अंदरूनी प्रक्रिया के प्रमाण नही होंगे। लेकिन मिरांडा की सतह इतनी विचित्र थी कि इसे समझाने के लिये सही तकनिकी शब्द कम पड़ रहे थे। उन्हे समझाने के लिये फीता, रेस ट्रेक, परतदार केक जैसे शब्दो का प्रयोग करना पड़ रहा था।

युरेनस के चारो बड़े चन्द्रमाओ को साधारण दूरबीन से देखा जा सकता है, लेकिन मिरांडा थोड़ा कठीन है। इसे गहरी रात मे देखा जा सकता है।

फ़रवरी 8, 2011

कोर्डेलीया, ओफेलीआ, बीनाका, क्रेस्सीडा, डेस्डेमोना, जूलीयट, पोर्टीआ, रोजालींड, बेलींडा तथा पक

युरेनस के अंदरूनी 10 चन्द्रमा निम्नलिखित है

  1. कार्डेलीया
  2. ओफेलीया
  3. बीनाका
  4. क्रेसीडा
  5. डेस्डेमोना
  6. जुलीयट
  7. पोर्टीआ
  8. रोजालिंड
  9. बेलींडा तथा
  10. पक

कार्डेलीया

कार्डेलीया (निचे मध्य मे, चमकदार वलय के अंदर);ओफेलीया (उपर बायें चमकदार वलये के बाहर)

कार्डेलीया (निचे मध्य मे, चमकदार वलय के अंदर);ओफेलीया (उपर बायें चमकदार वलये के बाहर)

कार्डेलीया यह युरेनस का सबसे अंदरूनी ज्ञात चन्द्रमा है।

कक्षा : 49,752 किमी युरेनस से
व्यास : 26किमी
द्रव्यमान : ?

कार्डेलीया शेक्सपीयर के नाटक किंग लीयर मे लियर की पुत्री थी।

इस चन्द्रमा की खोज वायेजर 2 ने 1986 मे की थी।

कार्डेलीया युरेनस के एप्सीलान वलय का गड़रीया(नियंत्रण करने वाला) अंदरूनी चन्द्रमा प्रतित होता है।

कार्डेलीया  तथा ओफेलीया समकालीक कक्षा मे है।

ओफेलीया

ओफेलीया युरेनस का दूसरा ज्ञात चन्द्रमा है।

कक्षा : 53,764 किमी युरेनस से
व्यास : 32 किमी
द्रव्यमान : ?

ओफेलीया शेक्सपीयर के नाटक हेमलेट मे पोलोनियस की पुत्री थी।

इस चन्द्रमा की खोज वायेजर 2 ने 1986  मे की थी।

ओफेलीया युरेनस के एप्सीलान वलय का गड़रीया(नियंत्रण करने वाला) बाह्य चन्द्रमा प्रतित होता है।

कार्डेलीया  तथा ओफेलीया समकालीक कक्षा मे है।

बीनाका

बीनाका

बीनाका

बीनाका युरेनस का तीसरा ज्ञात चन्द्रमा है।

कक्षा : 59,165 किमी युरेनस से
व्यास : 44 किमी
द्रव्यमान : ?

बीनाका शेक्सपीयर के नाटक टेमींग द श्रीउ मे कैथरीन की बहन है।

इस चन्द्रमा की खोज वायेजर 2 ने 1986 मे की थी।

बीनाका की सतह का रंग भूरा है। इसका आकार लम्बे पिंड के जैसा है जिसका मुख्य अक्ष युरेनस की ओर है।

क्रेसीडा

क्रेसीडा, पोर्टीआ तथा ओफेलीआ

क्रेसीडा, पोर्टीआ तथा ओफेलीआ

यह युरेनस का चौथा ज्ञात चन्द्रमा है।

कक्षा : 61,767 किमी युरेनस से
व्यास : 66 किमी
द्रव्यमान : ?

क्रेसीडा शेक्सपीयर के नाटक ट्राइलस और क्रेसीडा मे कलचास की पुत्री है।

इस चन्द्रमा की खोज वायेजर 2 ने 1986 मे की थी।

डेस्डेमोना

यह युरेनस का पांचवा ज्ञात चन्द्रमा है।

 

 

 

 

 

डेस्डेमोना

डेस्डेमोना

 

 

 

 

कक्षा : 62,659 किमी युरेनस से
व्यास : 58 किमी
द्रव्यमान : ?

डेस्डेमोना शेक्सपीयर के नाटक ओथेलो मे ओथेलो  की पुत्री है।

इस चन्द्रमा की खोज वायेजर 2 ने 1986 मे की थी।

जूलीयट

जूलीयट

जूलीयट

जूलीयट युरेनस के ज्ञात चंद्रमाओ मे छठा है।

कक्षा : 64,358 किमी युरेनस से
व्यास : ८४ किमी
द्रव्यमान : ?

जूलीयट शेक्सपीयर के नाटक रोमीयो और जूलीयट की नायीका  है।

इस चन्द्रमा की खोज वायेजर 2 ने 1986 मे की थी।

जूलीयट की सतह का रंग भूरा है। इसका आकार लम्बे पिंड के जैसा है जिसका मुख्य अक्ष युरेनस की ओर है।

पोर्टीया

यह युरेनस का सांतवा ज्ञात चन्द्रमा है।

कक्षा : 66,097 किमी युरेनस से
व्यास : 110 किमी
द्रव्यमान : ?

पोर्टीया शेक्सपीयर के नाटक मर्चेट ओफ़ वेनीस की एक पात्र है।

इस चन्द्रमा की खोज वायेजर 2 ने 1986 मे की थी।

पोर्टीआ की सतह का रंग भूरा है। इसका आकार लम्बे पिंड के जैसा है जिसका मुख्य अक्ष युरेनस की ओर है।

रोजालिंड

यह युरेनस के ज्ञात चन्द्रमाओ मे आंठवा है।

कक्षा : 69,927 किमी युरेनस से
व्यास : 54 किमी
द्रव्यमान : ?

रोजालिंड शेक्सपीयर के नाटक एज यू लाईक इट मे डुयुक की पुत्री है।

इस चन्द्रमा की खोज वायेजर 2 ने 1986 मे की थी।

बेलींडा

बेलींडा

बेलींडा

यह युरेनस के ज्ञात चन्द्रमाओ मे नौवां है।

कक्षा : 75,255 किमी युरेनस से
व्यास : 68 किमी
द्रव्यमान : ?


बेलींडा अलेक्जेन्डर पोप के नाटक द रेप आफ द लाक की नायीका है।

इस चन्द्रमा की खोज वायेजर 2 ने 1986 मे की थी।

पक

पक

पक

यह युरेनस का दंसवा ज्ञात चन्द्रमा है।

कक्षा : 86,006 किमी युरेनस से
व्यास : 154 किमी
द्रव्यमान : ?

पक शेक्सपीयर के नाटक मिडसमर नाईट ड्रीम की शरारती परी है।

इस चन्द्रमा की खोज वायेजर 2 ने 1986 मे की थी।

यह सभी चन्द्रमा काफी गहरे है(अल्बीडो <0.1)

जनवरी 28, 2011

पैन तथा एटलस

एन्के डीवीजन के मध्य पैन

एन्के डीवीजन के मध्य पैन

पैन

पैन शनि का सबसे अंदरूनी चन्द्रमा है।
कक्षा : 133,583किमी शनि से
व्यास : 20किमी
द्रव्यमान : ?

पैन जंगल तथा खेतो का देवता है जिसका धड़ मानव का था, सर बकरे का था।
इस चन्द्रमा की खोज मार्क शोवाल्टर ने 1990 मे वायेजर यान से लिये गये चित्रो से की थी।

एन्के डीवीजन के मध्य मे पैन

एन्के डीवीजन के मध्य मे पैन

पैन शनि के ए वलय के एन्के डीवीजन के मध्य है।

वलयो के पास के छोटे चन्द्रमा वलयो मे तरंगो के जैसे आकृति बनाते है। पैन की खोज से पहले शनि के ए वलय की आकृति के विश्लेषण ने एक छोटे चन्द्रमा के होने की भविष्यवाणी की थी। इस चन्द्रमा के आकार और स्थान की गणना भी की गयी थी। वायेजर यान से लिये गये पूराने चित्रो मे पूर्वानुमानित स्थान पर यह चन्द्रमा मील गया।

यह संभव है कि शनि के वलयो मे और भी अज्ञात चन्द्रमा हो जिन्हे अभी तक खोजा नही जा सका है।

एटलस

एटलस

एटलस

कक्षा : 137,670किमी शनि से
व्यास : 30किमी(40x 20)
द्रव्यमान : ?

एटलस जीयस द्वारा शापित टाइटन था जिसे स्वर्ग को अपने कंधो पर उठाने की सजा मीली थी। वह आईप्ट्स और क्लीमीन का पुत्र तथा प्रामेथ्युस और एपीमेथ्युस का भाई था।

इसकी खोज वायेजर यान से लिये  चित्रो मे आर टेर्रील ने 1980 मे की थी। एटलस शनि के वलय ए को नियंत्रण मे रखने वाला गड़रीया उपग्रह है।

जनवरी 28, 2011

प्रामेथ्युस और पैंडोरा

प्रामेथ्युस

प्रामेथ्युस- कासीनी यान से ली गयी तस्वीर

प्रामेथ्युस- कासीनी यान से ली गयी तस्वीर

प्रामेथ्युस शनि के ज्ञात चन्द्रमाओ मे तीसरा है।

कक्षा : 139,350 किमी शनिसे

व्यास: 91 किमी (145X 85X 62)

द्रव्यमान: 2.7e17 किग्रा

प्रामेथ्युस एक टाइटन था जिसने ओलम्पस से अग्नि चुरा कर मानवजाति को दी थी, जिसके लिये जीयस ने उसे भयानक सजा दी थी।

इसे वायेजर यान से लिये गये चित्रो मे एस कालींस ने खोज निकाला था।

प्रामेथ्युस एफ वलय का आंतरिक गड़रिया(नियंत्रीत करने वाला) चन्द्रमा है।

प्रामेथ्युस मे अनेक पर्वतश्रेणीयाँ, घाटींयाँ और 20 किमी तक व्यास के अनेको क्रेटर है। लेकिन पैन्डोरा, जानुस और एपीमैत्युस की तुलना मे इसमे कम क्रेटर है।

प्रामेथ्युस एफ़ वलय से पदार्थ खिंचते हुये

प्रामेथ्युस एफ़ वलय से पदार्थ खिंचते हुये

कम घनत्व और ज्यादा चमक से यह प्रतित होता है कि प्रामेथ्युस, पैन्डोरा, जानुस और एपीमैथ्युस बर्फीले पिंड है।

1995-96 मे यह पाया गया कि प्रामेथ्युस वायेजर द्वारा 1981मे भेजे गये आंकड़ो द्वारा गणना की गयी स्थिती से 20 डीग्री पिछे है। यह निरीक्षण मे होने वाली त्रुटि से कहीं ज्यादा है। यह संभव है कि प्रामेथ्युस की कक्षा एफ वलय से टकराव द्वारा या किसी साथी चन्द्रमा के कारण परिवर्तित हुयी हो।

पैन्डोरा

पैन्डोरा- कासीनी यान द्वारा ली गयी तस्वीर

पैन्डोरा- कासीनी यान द्वारा ली गयी तस्वीर

पैन्डोरा शनि के ज्ञात चन्द्रमाओ मे चौथा है।

कक्षा : 141,700किमी शनिसे

व्यास: 84किमी (114X 84X 62)

द्रव्यमान: 2.2e17 किग्रा

ग्रीक मिथको के अनुसार प्रामेथ्युस द्वारा अग्नि की चोरी कर मानव को प्रदान करने के पश्चात जीयस द्वारा मानव जाति को प्रदान की गयी पहली महिला पैन्डोरा है। पैन्डोरा के पास एक संदूक था जिसमे बुराईयां थी। पैंडोरा ने जिज्ञासावश संदूक खोल दिया जिससे मानवजाति मे बुराईया शामील हो गयी। पैन्डोरा एपीमेथ्युस की पत्नि थी।

इसकी खोज 1980मे वायेजर यान से ली गयी तश्वीरो के द्वारा कालींस ने की थी।

पैंडोरा एफ वलय का बाह्य गड़रिया(नियंत्रीत करने वाला) चन्द्रमा है।

पैडोरा के क्रेटर मलबे से भरे पड़े है जो भूगर्भीय दृष्टि से तेज प्रकिया है। पैंडोरा पर छोटे पर्वत और उभार से प्रतित होता है कि इसकी सपाट सतह पर कुछ दरारे है।

जनवरी 28, 2011

एपीमैथ्युस

एपिमैथ्युस

एपिमैथ्युस

एपीमैथ्युस यह शनि का पांचवा ज्ञात चन्द्रमा है।
कक्षा : 151,422 किमी शनि से

व्यास : 115किमी (144x 108x 98)

द्रव्यमान:5.6e17 किग्रा

एपीमैथ्युस आएप्ट्स का पुत्र और प्रामेथ्युस तथा एटलस का भाई और पेंडोरा का पति था।
इसे वाकर ने 1966मे खोजा था लेकिन उसे जानुस समझ लीया जो कि उसीके जैसी कक्षा मे है। आधिकारिक रूप से इसकी खोज का श्रेय वाकर के साथ 1977मे इसे देखने वाले फाउंटेन और लार्शन को दिया जाता है। वायेजर 2 ने यह प्रमाणित कर दिया कि एपिमैथ्युस और जानुस एक ही कक्षा मे परिक्रमा करने वाले दो चन्द्रमा है।

इस चन्द्रमा पर 30 किमी व्यास के कई क्रेटर है और कुछ छोटी पर्वतश्रेणी तथा घाटियां भी है। एपीमैथ्युस पर के ढेर सारे क्रेटर यह दर्शाते है कि एपिमैथ्युस बहुत पुराना चन्द्रमा है।

जनवरी 28, 2011

जानुस

जानुस

जानुस

जानुस यह शनि का छठा ज्ञात चन्द्रमा है।
कक्षा : 151,472 किमी शनि से
व्यास : 178 किमी (196 x 192 x 150)
द्रव्यमान: 2.01e18 किग्रा

जानुस द्वार का देवता है जिसके सामने और पीछे दो चेहरे है। जानुस से अंग्रेजी महिने जनवरी का नाम बना है।

इसकी खोज 1966 मे औडौइन डाल्फस ने की थी।

डाल्फस मे इसे खोजा था लेकिन यह तय नही था कि यह जानुस है या एपिमैथ्युस ! 1977 मे फाउंटेन और लार्शन ने यह साबित कर दिया कि जानुस और एपिमैथ्युस दो अलग लग चन्द्रमा है। वायेजर 2 ने यह प्रमाणित कर दिया कि एपिमैथ्युस और जानुस एक ही कक्षा मे परिक्रमा करने वाले दो चन्द्रमा है।

जानुस और एपिमैथ्युस सहकक्षिय चन्द्रमा है। दोनो के कक्षा की त्रिज्या मे 50किमी का अंतर है जोकि उनके व्यास से भी कम है। दोनो की कक्षिय गति भी लगभग समान है और दोनो मे से जो निचला होता है वह थोड़ी अधिक गति से धीरे धीरेदूसरे से आगे बड़ जाता है। जैसे ही दोनो चन्द्रमा एक दूसरे के पास आते है दोनो मे संवेग का आदानप्रदान होता है जिससे नीचे वाला चन्द्रमा उपर की कक्षा मे आ जाता है और उपर वाला चन्द्रमा नीचे की कक्षा मे आ जाता है। इस तरह दोनो अपनी जगह की अदलाबदली कर लेते है। यह अदलाबदली हर चार वर्ष मे होती है।

जानुस पर क्रेटरो की भरमार है जिसमे कुछ क्रेटर 30 किमी व्यास से बड़े है। इसकी सतह प्रामेथ्युस से पुरानी लेकिन पेन्डोरा से नयी है।

इस चन्द्रमा पर 30 किमी व्यास के कई क्रेटर है और कुछ छोटी पर्वतश्रेणी तथा घाटियां भी है। एपीमैथ्युस पर के ढेर सारे क्रेटर यह दर्शाते है कि एपिमैथ्युस बहुत पुराना चन्द्रमा है।

जनवरी 28, 2011

मीमास

मीमास (हर्शेल क्रेटर स्पष्ट दिखायी दे रहा है)

मीमास (हर्शेल क्रेटर स्पष्ट दिखायी दे रहा है)

मीमास यह शनि का सांतवा ज्ञात चन्द्रमा है।

कक्षा : 185,520 किमी शनि से
व्यास : 392 किमी
द्रव्यमान: 3.80e19 किग्रा

मीमास हर्क्युलस द्वारा  वध किया गया टाइटन था।
इसकी खोज 1789 मे हर्शेल ने की थी।

इसका कम घनत्व (1.17) यह दर्शाता है कि यह जलबर्फ से बना हुआ है और चट्टानें थोड़ी मात्रा मे है।

मीमास की सतह पर एक 130किमी व्यास का एक क्रेटर है जिसे हर्शेल कहते है। यह क्रेटर मीमास के 1/3 भाग मे है। इसकी दिवारे 5 किमी गहरी है और कुछ भाग 10 किमी तक गहरा है। इस क्रेटर के मध्य का हिस्सा क्रेटर की सतह से 6 किमी उंचा है। इस क्रेटर को बनाने वाली टक्कर ने मीमास को हिला दिया था, इस क्रेटर के विपरित हिस्से तक मे दरारे दिखायी देती है।
जानुस पर क्रेटरो की भरमार है लेकिन अन्य क्रेटर हर्शेल से छोटे है।

जनवरी 28, 2011

एन्क्लेडस

एन्क्लेडस

एन्क्लेडस

एनक्लेडस यह शनि का आठंवा ज्ञात चन्द्रमा है।

कक्षा : 238,020किमी शनि से
व्यास : 498 किमी
द्रव्यमान: 7.30e19 किग्रा

ग्रीक मिथको के अनुसार एनक्लेडस एक टाइटन था जिसे एथेना ने युद्ध मे हराकर एटना पर्वत के निचे दफना दिया था।

इसकी खोज 1789 मे हर्शेल ने की थी।

एन्क्लेडस सौर मंडल मे सबसे ज्यादा चमकदार है, इसक अल्बेडो >0.9  है। इसकी सतह ताजी बर्फ से ढंकी है।

एन्क्लेडस पर पांच विभिन्न तरह के भूभाग है, जिसमे क्रेटरो के अतिरिक्त समतल पठार, लम्बी रैखीक दरारे और घाटीया है। इसकी कुछ सतह काफी नयी है शायद 1000 लाख वर्ष से कम उम्र की।

एन्क्लेडस कुछ समय पहले तक भूगर्भिय रूप से सक्रिय रहा होगा(शायद अभी भी)। यहां शायद जल ज्वालामुखी की प्रक्रिया कार्यरत है।

एन्क्लेडस इतना छोटा है कि इसके अंदर उपस्थित रेडीयो सक्रिय पदार्थो से गर्म नही हो सकत है। लेकिन इसके बनने के कुछ पश्चात लगभग 4.5 अरब वर्षो पूर्व कम जीवन के रेडीयो सक्रिय पदार्थो ने इतनी उष्मा उत्सर्जित कर दी थी कि इसके आंतरिक भाग को पिघला कर अलग रूप से बना दिया है। एन्क्लेडस की वर्तमान भूगर्भिय सक्रियता अधिक जीवन वाले रेडीयो सक्रिय पदार्थ तथा ज्वारिय बंध से उत्पन्न उर्जा से है।

एन्क्लेडस डीओने से 1:2  की कक्षिय बंध मे बधा हुआ है। इस बंधन से उर्जा उत्पन्न होती है लेकिन वह जलबर्फ को पिघलाने मे असमर्थ है। एन्क्लेडस शायद शुद्ध जल की बजाये किसी कम द्रव बिन्दू वाले पदार्थ से बना है।

एन्क्लेडस शायद शनि के ’इ’ वलय के पदार्थ का श्रोत है। वलय मे पदार्थ कुछ हजार वर्षो से ज्यादा नही रह सकता इसलिये यह घटना ज्यादा पुरानी नही है।

जनवरी 28, 2011

टेथीस

टेथीसटेथीस यह शनि का नौवां ज्ञात चन्द्रमा है।

कक्षा : 294,660 किमी शनि से
व्यास : 1060किमी
द्रव्यमान: 6.22e20 किग्रा

ग्रीक मिथको के अनुसार टेथीस एक महिला टाइटन थी जो ओसीनस की पत्नी और बहन थी।

इसकी खोज 1684मे कासीनी ने की थी।

डीयोने और रीआ की तरह इसका कम घनत्व यह दर्शाता है कि यह जल बर्फ से बना है।

इसके पश्चिमी गोलार्ध मे 400 किमी व्यास का क्रेटर ओडीसीस है जो इसके आकार का 2/5 भाग है। इस क्रेटर को बनाने वाली टक्कर ने टेथीस को टूकड़े टूकड़े नही किया जिसका अर्थ है कि टेथीस उस समय द्रव/अर्धद्रव अवस्था मे रहा होगा। कैलीस्टो के क्रेटरो के जैसे यह क्रेटर अब लगभग सपाट है जिसमे वलयाकार पर्वत और मध्य पर्वताकार संरचना नही है। वलयाकार पर्वत और मध्य पर्वताकार संरचना बुध और पृथ्वी के चन्द्रमा के क्रेटरो मे सामान्य है।

टेथीस पर एक गहरी घाटी है जो 100 किमी चौड़ी, 3-5 किमी गहरी और 2000किमी लम्बाई मे है, इसे इथका चश्मा कहते है।
टेथीस हमेशा ठोस नही था, कभी यह द्र्व अवस्था मे था। उस समय के क्रेटर अब सपाट हो चूके है। जमने के बाद इसका आकार बढा़ है जिसके कारण सतह मे कुछ दरारे आयी और इथका चश्मा बना। छोटे क्रेटर ज्यादा पुराने नही है।

टेलेस्टो और केलीप्सो टेथीस की कक्षा मे परिक्रमा करने वाले चन्द्रमा है।

टेलीस्टो

टेलीस्टो शनि के ज्ञात चंद्रमाओं मे ग्यारहवाँ है।

टेलीस्टो

टेलीस्टो

कक्षा : 294,660 किमी शनि से
व्यास : 29 किमी(34x28x36)
द्रव्यमान: ?

ग्रीक मिथको मे टेलीस्टो ओसीनस और टेथीस की पुत्री है।

इसकी खोज 1980 मे स्मीथ, रेइट्सेमा, लार्सन और फाउंटेन ने जमीन आधारित वेधशाला से की थी।

 

कैलीप्सो

कैलीप्सो

कैलीप्सो

कैलीप्सो शनि के ज्ञात चंद्रमाओं मे ग्यारहवाँ है।

कक्षा : 294,660 किमी शनि से

व्यास : २६किमी (34x22x22)
द्रव्यमान: ?

ग्रीक मिथको के अनुसार कैलीप्सो एक जलपरी थी जिसमे ओडीसीअस को अपने द्वीप पर सात वर्ष तक मोहित कर रोक रखा था।
इसकी खोज पास्कु, सीडेलमन, बाम और क्युरी ने 1980 मे की थी।
कैलीप्सो और टेलीस्टो सौर मंडल के सबसे छोटे चंद्रमाओं मे से है।

जनवरी 28, 2011

डीओन तथा हेलेन

डीओने

डीओने

डीओन

डीओने यह शनि का बारहवां ज्ञात चन्द्रमा है।

कक्षा : 377,400 किमी शनि से

व्यास : 1120 किमी

द्रव्यमान: 1.05e21 किग्रा

ग्रीक मिथको के अनुसार डीओने अफ्रोदीते की मां और जियस की पत्नी थी।

इसकी खोज 1684 मे कासीनी ने की थी।

डीयोने शनि के चंद्रमाओ मे सबसे ज्यादा घना है।(टाईटन का घनत्व उसके गुरुत्विय संपिड़न से है)। यह मुख्यतः जलबर्फ से बना है लेकिन सीलीकेट चट्टानो की मात्रा भी है।

डीओने पर रैखीक संरचनाये

डीओने पर रैखीक संरचनाये

डीओने रीआ से छोटा है लेकिन समान है। दोनो की संरचना, भूभाग और दृश्टीगत गुण एक जैसे है। दोनो समकालीक घुर्णन करते है और दोनो के सम्मुख गोलार्ध और पृष्ठ गोलार्ध असमान है।

पृष्ठ गोलार्ध मे चमकीली रैखिक संरचनाये है और पृष्ठभाग गहरे रंग का है। इस भाग मे क्रेटर कम है। ये रैखिक संरचनाये क्रेटरो के उपर भी है जो इन्हे नयी संरचना प्रमाणित करती है। सम्मुख गोलार्ध मे क्रेटरो की भरमार है। कैलीस्टो के क्रेटरो के जैसे यह क्रेटर अब लगभग सपाट है जिसमे वलयाकार पर्वत और मध्य पर्वताकार संरचना नही है। वलयाकार पर्वत और मध्य पर्वताकार संरचना बुध और पृथ्वी के चन्द्रमा के क्रेटरो मे सामान्य है।

इन सभी के निष्कर्ष कुछ ऐसे है : निर्माण के तुरंत पश्चात डीओने भूसक्रिय था। किसी प्रक्रिया (हिम ज्वालामुखी) से डीओने की सतह पर रैखीक संरचनाये बन गयी। कुछ समय बाद भूसक्रियता के कम होने के पश्चात उल्काओ के टकराव से क्रेटर बने। यह उल्कापात सम्मुख गोलार्ध पर ज्यादा हुये जिससे रैखिक संरचनाये मिट गयी लेकिन पृष्ठ गोलार्ध पर ये संरचनाये बनी रही।

जैसा कि विज्ञान मे होता है नयी जानकारी और उच्च गुणवत्ता वाले कासीनी यान के चित्रो के अनुसार ये रैखिक संरचनाये बर्फ की ना होकर भूपटल मे आयी दरारे है और क्रेटरो से नयी है।

हेलेने डीयोने का समकक्षिय चन्द्रमा है। कासीनी द्वारा देखा गया एक छोटा चन्द्रमा पालीड्युसेस(एस/2004 एस5) भी इसी कक्षा मे शनि की परिक्रमा करता है।

हेलेने

हेलेने

हेलेन

हेलेन शनि का तेरहंवा चन्द्रमा है।

कक्षा : 377,400 किमी शनि से

व्यास : 33 किमी

द्रव्यमान: ?

ग्रीक मिथको के अनुसार हेलेने एक अमेजान था जिसने एकलीस के साथ युद्ध किया था।

इसकी खोज 1980 मे लाक्स और लेकचेउ़क्स ने की थी।

पालीड्युसेस

पालीड्युसेस